120+ Top Bewafa Shayari(बेवफ़ा शायरी) in Hindi

जब मोहब्बत सच्ची हो और बदले में मिले सिर्फ धोखा, तब दिल जो कह नहीं पाता, वही शायरी बनकर बहता है। बेवफ़ा शायरी उन जज़्बातों की आवाज़ है जो किसी की बेवफ़ाई से टूट चुके दिल से निकलती है। ये शायरी कभी चुपचाप आंसुओं में डूबती है, तो कभी लफ़्ज़ों में वो आग लिए होती है जो रिश्तों की राख में छिपे दर्द को जला देती है। अगर आपका दिल टूटा है, किसी ने वफ़ा की जगह बेवफ़ाई दी है — तो ये शायरी आपके ही एहसासों की तस्वीर है।

तू जो चला गया है, तो ये रास्ता भी वीरान सा लगता है,
तू था पास फिर भी, दिल तुझसे बेज़ार सा लगता है।

तू जो चला गया है, तो ये रास्ता भी वीरान सा लगता है, तू था पास फिर भी, दिल तुझसे बेज़ार सा लगता है।
Bewafa Shsyari

वफ़ा की थी उम्मीद, मगर तुझे बेवफा पाया,
मेरा दिल फिर भी तुझसे ही प्यार करता रहा।

वफ़ा की थी उम्मीद, मगर तुझे बेवफा पाया, मेरा दिल फिर भी तुझसे ही प्यार करता रहा।
02 lines bewafa shayari

तुझसे मोहब्बत की थी हमने, तुझे अपना मान लिया था,
मगर तुमने हमारी उम्मीदों को धोखा दे दिया था।

तुझसे मोहब्बत की थी हमने, तुझे अपना मान लिया था, मगर तुमने हमारी उम्मीदों को धोखा दे दिया था।
Mohabbat Bewafa Shayari

चाहतें तुझसे थी, अब तुझसे कोई शिकायत नहीं,
तू बेवफा था, और मैं अब भी तुझसे प्यार करता हूँ।

चाहतें तुझसे थी, अब तुझसे कोई शिकायत नहीं, तू बेवफा था, और मैं अब भी तुझसे प्यार करता हूँ।
Shikayat Bewafa Shayari

जिंदगी के रास्ते में जब तुझे खो दिया,
तब समझ आया कि, बेवफाई में कितनी तन्हाई छुपी थी।

जिंदगी के रास्ते में जब तुझे खो दिया, तब समझ आया कि, बेवफाई में कितनी तन्हाई छुपी थी।
Zindagi Bewafa Shayari

तुझे अपना समझा था, तू बेवफा निकला,
मेरी मोहब्बत को तेरी यादों ने फिर अकेला किया।

तुझे अपना समझा था, तू बेवफा निकला, मेरी मोहब्बत को तेरी यादों ने फिर अकेला किया।
Apna Bewafa Shayari

वो बेवफा था, और मैंने उस पर ऐतबार किया,
उसके जाने के बाद, दिल में बस दर्द ही दर्द पाया।

वो बेवफा था, और मैंने उस पर ऐतबार किया, उसके जाने के बाद, दिल में बस दर्द ही दर्द पाया।
Dadr Bhari Bewafa Shayari

जो कभी मेरा था, अब किसी और का हो गया,
बेवफा तेरे लिए, मेरा प्यार क्या कुछ भी नहीं था।

जो कभी मेरा था, अब किसी और का हो गया, बेवफा तेरे लिए, मेरा प्यार क्या कुछ भी नहीं था।
Payar Bewafa Shayari

तेरी बेवफाई ने मुझे तोड़ दिया,
लेकिन अब मैं खुद को सहेजने लगा हूँ, खुद से प्यार करने लगा हूँ।

तेरी बेवफाई ने मुझे तोड़ दिया, लेकिन अब मैं खुद को सहेजने लगा हूँ, खुद से प्यार करने लगा हूँ।
HeartBroken Bewafa shayari

तेरी आँखों में छलकती हुई बेवफाई को देखा,
फिर भी मैं तुझसे मोहब्बत करता रहा, दिल को समझा लिया।

तेरी आँखों में छलकती हुई बेवफाई को देखा, फिर भी मैं तुझसे मोहब्बत करता रहा, दिल को समझा लिया।
Bewafayi Shayari

तुझसे तो सिर्फ उम्मीदें थीं, पर तू बेवफा निकला,
अब इस दिल में सिर्फ तुझे खोने का ग़म बाकी है।

तुझसे तो सिर्फ उम्मीदें थीं, पर तू बेवफा निकला, अब इस दिल में सिर्फ तुझे खोने का ग़म बाकी है।
Ummed Bewafa Shayari

जो प्यार में धोखा खाता है, वही दर्द में रोता है,
बेवफा की यादों में बसा हर पल दर्द और तोड़ता है।

जो प्यार में धोखा खाता है, वही दर्द में रोता है, बेवफा की यादों में बसा हर पल दर्द और तोड़ता है।
Dhoka Bewafa Shayari

तेरी बेवफाई का ये आलम है,
अब दिल को तुझसे मोहब्बत नहीं, सिर्फ खामोशी पसंद है।

तेरी बेवफाई का ये आलम है, अब दिल को तुझसे मोहब्बत नहीं, सिर्फ खामोशी पसंद है।
Khamoshi Shayari

तू बेवफा था, फिर भी दिल तुझे चाहता रहा,
तेरी यादों में खोकर, मैं खुद को भूलता रहा।

तू बेवफा था, फिर भी दिल तुझे चाहता रहा, तेरी यादों में खोकर, मैं खुद को भूलता रहा।
Yaad Bewafa Shayari

धोखा देने वाले को कभी नहीं सजा मिलती,
पर दिल टूटने पर, रूह तक को दर्द हो जाता है।

धोखा देने वाले को कभी नहीं सजा मिलती, पर दिल टूटने पर, रूह तक को दर्द हो जाता है।
Dil toota Shayari

तेरी यादों में उलझा हूँ, दिल को बेवफा मानता हूँ,
जब तू नहीं था, तो खुद को खोने का एहसास आया हूँ।

तेरी यादों में उलझा हूँ, दिल को बेवफा मानता हूँ, जब तू नहीं था, तो खुद को खोने का एहसास आया हूँ।

तेरी बेरुखी ने दिल को तोड़ दिया,
तेरी बेवफाई ने आँखों में आंसू भर दिए।

तेरी बेरुखी ने दिल को तोड़ दिया, तेरी बेवफाई ने आँखों में आंसू भर दिए।

जो कभी हमारा था, अब किसी और का हो गया,
बेवफा तू निकला, और मैं सिर्फ तुझे याद करता हूँ।

जो कभी हमारा था, अब किसी और का हो गया, बेवफा तू निकला, और मैं सिर्फ तुझे याद करता हूँ।

तेरी बेवफाई ने हमें इतना तोड़ा,
कि अब हमें किसी से भी उम्मीद नहीं रहती।

तेरी बेवफाई ने हमें इतना तोड़ा, कि अब हमें किसी से भी उम्मीद नहीं रहती।

तुझसे मोहब्बत थी, फिर भी तू बेवफा निकला,
अब दिल से निकलकर, सिर्फ यादें रह गईं।

तुझसे मोहब्बत थी, फिर भी तू बेवफा निकला, अब दिल से निकलकर, सिर्फ यादें रह गईं।

तेरी बेवफाई का दर्द इस दिल से जाएगा नहीं,
हर घड़ी तेरे बिना जीना आसान होगा नहीं।

तेरी बेवफाई का दर्द इस दिल से जाएगा नहीं, हर घड़ी तेरे बिना जीना आसान होगा नहीं।

तेरे जाने के बाद अब दिल को भी सुकून है,
बेवफा से प्यार करना अब मेरी भूल थी।

तेरे जाने के बाद अब दिल को भी सुकून है, बेवफा से प्यार करना अब मेरी भूल थी।

तू बेवफा था, और मैं तुझे खुदा मानता रहा,
तेरी बेरुखी को मैं सिर्फ अपना ग़म मानता रहा।

तू बेवफा था, और मैं तुझे खुदा मानता रहा, तेरी बेरुखी को मैं सिर्फ अपना ग़म मानता रहा।

वो बेवफा था, मुझे तन्हा छोड़कर चला गया,
मेरी मोहब्बत अब सिर्फ ख्वाबों में रह गई।

वो बेवफा था, मुझे तन्हा छोड़कर चला गया, मेरी मोहब्बत अब सिर्फ ख्वाबों में रह गई।

वो जो कभी मेरे थे, अब किसी और के हो गए,
मुझे फिर भी उनकी यादों में खो जाने का डर है।

वो जो कभी मेरे थे, अब किसी और के हो गए, मुझे फिर भी उनकी यादों में खो जाने का डर है।

बेवफ़ा निकली वो, जिसे खुदा से मांगा था।

जिस पर यकीन किया, उसी ने धोखा दिया।

वफ़ा की उम्मीद की हमसे, और खुद बेवफ़ा निकली।

वो रिश्ता तोड़ गया, जिसे हमने जान से जोड़ा था।

वक़्त ने बताया, वो तो बस वक़्त काट रहा था।

वफ़ा की आस में हमने सब कुछ खो दिया।

वफ़ा तो हमारी थी, उनकी कभी नहीं।

उनकी बेवफ़ाई ने सब कुछ सिखा दिया।

प्यार में धोखा, सबसे बड़ा ग़म था।

बेवफ़ाई की आग ने सब कुछ जला दिया।

जिसे चाहा दिल से बेपनाह हमने,
वो ही निकला सबसे बेगाना हमसे।

वो हँसते थे मेरी मोहब्बत पर कभी,
अब खुद ग़म में डूबे रहते हैं सभी।

वक़्त ने बता दिया इश्क़ अंधा नहीं था,
हम ही थे जो सब देख कर भी चुप थे।

तू साथ था पर दिल में नहीं था,
अब तू दूर है, पर यादों में बसा है।

हमने निभाई हर रस्म-ए-वफ़ा,
तू करता रहा हर रोज़ जफ़ा।

वफ़ा की उम्मीद थी जिससे सबसे ज़्यादा,
वो ही सबसे बड़ा सबक दे गया।

तेरी हर मुस्कान एक छलावा थी,
मोहब्बत तो बस एक तमाशा थी।

तेरे झूठे इश्क़ की ये सजा पाई है,
हर ख़ुशी छोड़ कर तन्हाई अपनाई है।

वक़्त के साथ तू भी बदल गया,
जिसे जान कहा, वो ग़ैर निकल गया।

तेरे बिना हर खुशी अधूरी लगी,
और तेरे साथ भी तन्हा सी ज़िंदगी लगी।

जिसे साँसों से ज़्यादा चाहा,
उसी ने हमें दर्द का तोहफ़ा थमाया।

तेरे बिना अब दिल धड़कता नहीं,
तू साथ थी पर साथ निभा ना सकी।

तेरी कसमों ने मुझे ग़मों से भर दिया,
तेरे झूठे प्यार ने मुझे तन्हा कर दिया।

हमने तो हर हाल में तुझे अपना माना,
पर तूने हर मोड़ पर हमें बेगाना जाना।

तू पास थी फिर भी दूर सी लगी,
तेरी मोहब्बत भी मजबूर सी लगी।

जिसे खुदा समझा वो ज़ख़्म दे गया,
बेवफ़ाई की राह में हमें अकेला कर गया।

तेरे बाद हर रिश्ता अधूरा लगता है,
तेरी यादों का ज़हर अब जीने ना देता है।

जिसकी हर ख़ुशी में खुद को भुलाया,
उसने दर्द ही दर्द हर मोड़ पर थमाया।

जिसे दिल की हर धड़कन बना लिया था,
उसी ने हमें एक लम्हा समझ कर भुला दिया था।

दिल की हर बात उसे बताई थी,
उसी ने हर बात पे बेवफ़ाई दिखाई थी।

जिसे चाहा दिल से वो बेगाना हो गया,
हमारी मोहब्बत का मज़ाक पुराना हो गया।

तेरे झूठ ने आज सच से नफ़रत करा दी,
मोहब्बत की राह में बस उदासी सजा दी।

वो जो वादा करके मुकर गया,
दिल तोड़कर किसी और का हो गया।

दिल के टुकड़े कर दिए तूने हँस कर,
हम मरते रहे तेरी हर एक नजर पर।

खुद को खो दिया हमने तुझे पाने में,
और तू मसरूफ रहा हमें भूल जाने में।

तेरे लिए हमने सबकुछ सहा,
फिर भी तूने हमें बेगाना कहा।

तुझसे मोहब्बत की थी जान समझकर,
तूने ही छोड़ा हमें अनजान समझकर।

तेरी हर बात पे ऐतबार किया,
तूने हर वक़्त बस इन्कार किया।

ख्वाबों में जो हर रात आता था,
हकीकत में हमें तन्हा छोड़ जाता था।

तेरे झूठे प्यार में सब लुटा बैठे,
खुशियाँ भी अपनी गँवा बैठे।

जिसे समझा था जीने की वजह,
वही हर दर्द की सबसे बड़ी वजह बन गई।

तेरे झूठे वादों का क्या हिसाब मांगूं,
तू तो वो सज़ा है जो बिना कसूर मिली।

बेवफ़ाई तूने की, इल्ज़ाम हम पे आया,
तेरा चेहरा फिर भी मासूम कहलाया।

जिसे माँगा था दुआओं में,
आज वो ही शामिल है सज़ाओं में।

तेरे झूठ ने सिखा दिया,
सच्चे दिल की क़ीमत क्या होती है।

वफ़ा की कीमत उसने जानी नहीं,
और हमने कभी बेवफ़ा को पहचाना ही नहीं।

झूठे थे तेरे वादे सारे,
हम ही निकले दिल के हारे।

तेरे इश्क़ ने हमें रुला डाला,
ख़ुशियाँ छीन लीं, ग़मों से मिला डाला।

दगा दे गया जिस पर ऐतबार था,
दिल टूटा मगर फिर भी प्यार था।

जिसे अपना समझा बेगाना निकला,
प्यार किया और वो फ़साना निकला।

तेरे बाद अब किसी से मोहब्बत नहीं होती,
दिल तो धड़कता है पर वो राहत नहीं होती।

जिसे टूटी सांसों में भी पुकारा,
उसी ने हमें सबसे ज़्यादा उजाड़ा।

हमने पूछा क्यों किया ऐसा सुलूक,
वो बोला – तुम ही तो थे सबसे फ़ुज़ूल।

तेरी बेरुख़ी ने कुछ ऐसा असर डाला है,
अब आइना भी देखो तो अजनबी सा चेहरा नज़र आता है।

दिल टूटा तो आवाज़ तक न आई,
तेरी बेवफ़ाई भी खामोशी से निभाई।

दर्द ऐसा नहीं जो लफ्ज़ों में उतर जाए,
ये वो टीस है जो हर सांस के साथ सुलग जाए।

जिसकी हँसी से दिल को सुकून मिलता था,
आज वही नाम सुनकर दिल जलता है।

तेरे जाने से कुछ नहीं बदला,
बस अब ज़िन्दगी नाम की चीज़ बाक़ी नहीं।

दर्द से पूछा हमने क्या चाहिए,
उसने कहा बस तेरी बेवफ़ाई की सज़ा।

तुम्हारी बेरुख़ी ने हमें सिखाया,
कैसे खुद को अकेला बनाना है।

मेरी हसरतों की रौशनी बुझा दी उसने,
जिसने वादा किया था उम्र भर साथ निभाने का।

तुमने जो भरोसा तोड़ा, वो कैसे सहूँ,
मेरी दुनिया उजड़ गई, मैं कैसे जियूँ।

जिसने दिल से साथ निभाने की कसम खाई थी,
वही चली गई, मेरे अरमानों को तोड़ कर।

मेरी दुनिया थी तू, मेरी पहली चाहत,
पर तेरी बेवफ़ाई ने सब कुछ हक़ीकत से दूर कर दिया।

वो वादा जो किया था, आज नहीं निभाया,
मेरी मोहब्बत को उसने यूं ठुकराया।

वो वादा जो किया था, आज नहीं निभाया, मेरी मोहब्बत को उसने यूं ठुकराया।

जहाँ था मेरा जहाँ, वहाँ अब बस सन्नाटा है,
तुम्हारी बेवफ़ाई ने मेरा हर सपना तोड़ डाला है।

तुम चली गई, छोड़कर सारे अरमान,
अब हर खुशी लगती है वीरान।

जो कभी था मेरा दिल का सुकून,
आज वही बना मेरा सबसे बड़ा जुनून।

तुम्हारी बेवफ़ाई ने तोड़ दिया दिल का मकान,
अब तन्हा रह गया हूँ मैं वीरान।

अब ना कोई बात, ना कोई रिश्ता बचा,
तेरी बेवफ़ाई ने मेरा दिल अधमरा कर दिया।

तेरी बेवफ़ाई ने मुझे अकेला किया,
जो था मेरा सुकून, अब वो छिना गया।

तुम्हारे बिना ये घर सूना-सूना लगता है,
तेरे धोखे का ग़म हर कोना भरता है।

तेरे झूठे वादों ने दिल मेरा जलाया,
तन्हाई की रातों में तेरा नाम गुनगुनाया।

तेरे प्यार में था बस धोखा छुपा,
जिसे समझा था सच, वो निकला झूठा सपना।

तेरे झूठे प्यार ने दिल को दर्द दिया,
अब हर लम्हा तन्हाई से मेरा दिल डरा।

तेरे झूठे प्यार ने दिल को दर्द दिया, अब हर लम्हा तन्हाई से मेरा दिल डरा।

तेरे धोखे ने बिखेरा हर सपना मेरा,
अब तन्हा सफर मेरा, अधूरा सवेरा।

तेरे धोखे की आग ने सब कुछ जला दिया,
अब तन्हा हूँ मैं, तेरे नाम को याद किया।

तेरे झूठ ने किया दिल को घायल,
अब हर ख़ुशी लगती है जैसे कोई मिसाइल।

तेरे धोखे ने तोड़ा मेरा जहान,
अब तन्हा सफर है, अधूरा हर अरमान।

तेरे प्यार की आड़ में था बस छलावा,
जिसे माना अपना, वो निकला फरेब का सवेरा।

जिसे सबसे ज्यादा चाहा, उसी ने ठुकरा दिया,
हमने जिसकी खातिर सब छोड़ा, उसने ही भुला दिया।

तेरे बाद किसी से दिल लगाने का हौसला न रहा,
धोखा इतना गहरा था कि फिर किसी पर भरोसा न रहा।

तू हँसता रहा मेरी मोहब्बत पर,
और मैं रोता रहा तेरी वफ़ा पर।

दिल से निभाई थी हर एक रस्म मोहब्बत की,
तूने तो बस कहानी बना डाली बेवफ़ाई की।

हमने तो तेरे लिए सब कुछ खो दिया,
और तूने हमें ही गैर समझ लिया।

हमने तो तेरे लिए सब कुछ खो दिया, और तूने हमें ही गैर समझ लिया।

तेरे जाने से बस इतना फर्क पड़ा,
अब कोई भी अपना नहीं लगता।

वो रिश्ता जिसे संभाला ताउम्र हमने,
तोड़ दिया उसने बस चंद लम्हों में।

तेरी मुस्कुराहटों में छुपा था फरेब,
और हम हर बार उसे मोहब्बत समझते रहे।

तेरी यादों ने हर रात रुलाया है,
जिसे चाहा उसी ने दिल दुखाया है।

वफ़ा का नाम लेकर, तूने ज़हर पिलाया,
जिसे समझा था अपना, उसी ने सताया।

बेवफ़ाई तेरी, मेरी जिंदगी से खेल गई।

जिसने चाहा था, वही मुझे रुला गया।

वफ़ा नहीं मिली, बस धोखा ही मिला।

तुम साथ नहीं, तो कुछ भी नहीं।

तेरी यादें अब बस दर्द बन गईं।

तेरी यादें अब बस दर्द बन गईं।

धोखा था तेरा, मेरा अक्स टूटा।

तेरी मुस्कान के पीछे एक ज़हर छुपा था।

वो लम्हा ही झूठा था, जिसमें तू मेरा था।

तेरे बाद अब किसी पर ऐतबार नहीं।

तेरी वफ़ा एक धोखे का नाम थी।

What is Bewafa Shayari?

यह टूटे हुए दिल की चुप आवाज़ होती है। जब कोई अपना साथ छोड़ देता है, जब भरोसा टूटता है और जज़्बात जख़्मी हो जाते हैं — तब जो महसूस होता है, वही लफ़्ज़ों में उतरकर शायरी बन जाता है। यह शायरी दर्द को बयां करती है, उन बातों को कह जाती है जो अक्सर दिल में रह जाती हैं। ये केवल ग़म नहीं, बल्कि एक एहसास है — जिसे पढ़कर या सुनकर कोई अनकही पीड़ा ज़ुबान पा जाती है।

Why People Read This?

क्योंकि कभी न कभी हर दिल टूटा है। जब कोई अपने जज़्बातों को लफ़्ज़ों में नहीं कह पाता, तब ऐसे ही अल्फ़ाज़ उसे अपनी कहानी जैसे लगते हैं। यह पढ़कर लगता है कि कोई और भी उसी दर्द से गुज़रा है। अकेलापन थोड़ा कम हो जाता है, और दिल को थोड़ी राहत मिलती है। ये शायरी एक चुप सहारा बन जाती है — बिना कुछ कहे, सब कुछ कहने वाला।

How To Write This Type Of Shayari?

सबसे पहले अपने दिल की सुनिए। जो भी दर्द, जज़्बात या तकलीफ़ महसूस हो, उसे खुद से छुपाइए मत। अपने अनुभवों को अपने शब्दों में ढालिए, जैसे कोई अपनी कहानी बयां कर रहा हो। शायरी में इज़हार ईमानदारी से होना चाहिए, ताकि वो दिल को छू सके। छोटी-छोटी पंक्तियाँ बनाइए जो भावनाओं को सीधे बयान करें। राइम का ध्यान रखें, ताकि शायरी का असर गहरा और यादगार हो। और सबसे ज़रूरी, अपने जज़्बातों को खुलकर व्यक्त करने से कभी न डरें।

Conclusion

कभी-कभी ज़िंदगी ऐसे मोड़ पर लाती है जहाँ लफ़्ज़ ही सहारा बनते हैं। जब दिल टूटता है, तो उस टूटन को समझने वाले जज़्बात ही सबसे क़रीब लगते हैं। ये कुछ पल, कुछ एहसास, और कुछ अधूरी कहानियाँ हमें सीख दे जाती हैं — खुद से प्यार करना, सब्र करना और आगे बढ़ना। दर्द को लफ़्ज़ों में ढालना आसान नहीं होता, मगर जब होता है, तो वो सीधा दिल में उतरता है।

FAQ’s

1. ऐसी शायरी क्यों लिखी जाती है?
यह शायरी दिल के जज़्बातों को व्यक्त करने का एक तरीका है, खासकर तब जब कोई दिल टूटता है या धोखा मिलता है। इससे भावनाओं को समझने और साझा करने में मदद मिलती है।

2. क्या ऐसी शायरी पढ़ना ठीक होता है?
हाँ, यह पढ़ना कई लोगों को अपनी भावनाओं को समझने और उनके दर्द को साझा करने का मौका देता है। कभी-कभी यह राहत भी देता है।

3. क्या हर शायरी में दर्द होना जरूरी है?
नहीं, शायरी में कई तरह के जज़्बात हो सकते हैं, लेकिन जब बात बेवफ़ाई की हो तो अक्सर उसमें गहरा दर्द और भावनात्मकता होती है।

4. क्या ऐसी शायरी केवल हिंदी में ही लिखी जाती है?
ऐसी शायरी कई भाषाओं में लिखी जा सकती है, लेकिन हिंदी में इसकी लोकप्रियता बहुत अधिक है क्योंकि यह सीधे दिल तक पहुंचती है।

5. शायरी में राइमिंग जरूरी है?
राइमिंग शायरी को सुंदर और यादगार बनाती है, लेकिन जरूरी नहीं। कुछ शायरी बिना राइम के भी बहुत असरदार हो सकती हैं।

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