Introduction
Bewafa Shayari वह शब्द हैं जो दिल के गहरे जख्मों को बयां करते हैं, जब प्यार में धोखा मिलता है और दिल टूट जाता है। यह शायरी उन दिलों की आवाज़ है जो किसी के धोखे या बेवफाई से तड़प रहे होते हैं। जब हम किसी से सच्चे दिल से मोहब्बत करते हैं और उसे अपने इश्क़ पर पूरा भरोसा होता है, लेकिन वह हमें धोखा दे जाता है, तो वो दर्द बहुत गहरा होता है। बेवफा शायरी में उन लम्हों की ग़मगीन यादें और दर्द को व्यक्त किया जाता है, जब कोई खास व्यक्ति हमें छोड़कर चला जाता है या हमारी मोहब्बत को नकार देता है। यह शायरी प्यार, धोखा, और अकेलेपन के बीच के भावनात्मक संघर्ष को महसूस कराती है।
Check Out List Of Top 50 Bewafa Shayari:
तू जो चला गया है, तो ये रास्ता भी वीरान सा लगता है,
तू था पास फिर भी, दिल तुझसे बेज़ार सा लगता है।
वफ़ा की थी उम्मीद, मगर तुझे बेवफा पाया,
मेरा दिल फिर भी तुझसे ही प्यार करता रहा।
तुझसे मोहब्बत की थी हमने, तुझे अपना मान लिया था,
मगर तुमने हमारी उम्मीदों को धोखा दे दिया था।
चाहतें तुझसे थी, अब तुझसे कोई शिकायत नहीं,
तू बेवफा था, और मैं अब भी तुझसे प्यार करता हूँ।
जिंदगी के रास्ते में जब तुझे खो दिया,
तब समझ आया कि, बेवफाई में कितनी तन्हाई छुपी थी।
तुझे अपना समझा था, तू बेवफा निकला,
मेरी मोहब्बत को तेरी यादों ने फिर अकेला किया।
वो बेवफा था, और मैंने उस पर ऐतबार किया,
उसके जाने के बाद, दिल में बस दर्द ही दर्द पाया।
जो कभी मेरा था, अब किसी और का हो गया,
बेवफा तेरे लिए, मेरा प्यार क्या कुछ भी नहीं था।
तेरी बेवफाई ने मुझे तोड़ दिया,
लेकिन अब मैं खुद को सहेजने लगा हूँ, खुद से प्यार करने लगा हूँ।
तेरी आँखों में छलकती हुई बेवफाई को देखा,
फिर भी मैं तुझसे मोहब्बत करता रहा, दिल को समझा लिया।
तुझसे तो सिर्फ उम्मीदें थीं, पर तू बेवफा निकला,
अब इस दिल में सिर्फ तुझे खोने का ग़म बाकी है।
जो प्यार में धोखा खाता है, वही दर्द में रोता है,
बेवफा की यादों में बसा हर पल दर्द और तोड़ता है।
तेरी बेवफाई का ये आलम है,
अब दिल को तुझसे मोहब्बत नहीं, सिर्फ खामोशी पसंद है।
तू बेवफा था, फिर भी दिल तुझे चाहता रहा,
तेरी यादों में खोकर, मैं खुद को भूलता रहा।
धोखा देने वाले को कभी नहीं सजा मिलती,
पर दिल टूटने पर, रूह तक को दर्द हो जाता है।
तेरी यादों में उलझा हूँ, दिल को बेवफा मानता हूँ,
जब तू नहीं था, तो खुद को खोने का एहसास आया हूँ।
तेरी बेरुखी ने दिल को तोड़ दिया,
तेरी बेवफाई ने आँखों में आंसू भर दिए।
जो कभी हमारा था, अब किसी और का हो गया,
बेवफा तू निकला, और मैं सिर्फ तुझे याद करता हूँ।
तेरी बेवफाई ने हमें इतना तोड़ा,
कि अब हमें किसी से भी उम्मीद नहीं रहती।
तुझसे मोहब्बत थी, फिर भी तू बेवफा निकला,
अब दिल से निकलकर, सिर्फ यादें रह गईं।
तेरी बेवफाई का दर्द इस दिल से जाएगा नहीं,
हर घड़ी तेरे बिना जीना आसान होगा नहीं।
तेरे जाने के बाद अब दिल को भी सुकून है,
बेवफा से प्यार करना अब मेरी भूल थी।
तू बेवफा था, और मैं तुझे खुदा मानता रहा,
तेरी बेरुखी को मैं सिर्फ अपना ग़म मानता रहा।
वो बेवफा था, मुझे तन्हा छोड़कर चला गया,
मेरी मोहब्बत अब सिर्फ ख्वाबों में रह गई।
वो जो कभी मेरे थे, अब किसी और के हो गए,
मुझे फिर भी उनकी यादों में खो जाने का डर है।
दिल ने तुझसे मोहब्बत की थी, तू बेवफा निकला,
अब किसी से प्यार करने की हिम्मत खत्म हो गई।
तू न था, फिर भी हर पल तेरी यादों में खो बैठा,
बेवफा था, फिर भी तुझे दिल से भुला ना पाया।
तेरी बेवफाई ने दिल को इतना तोड़ा है,
अब किसी पर भरोसा करने का मन नहीं करता।
तू बेवफा था, पर मेरा दिल तुझे अब भी चाहता है,
ये खामोश दिल अब बस यही सवाल पूछता है।
वो बेवफा था, फिर भी दिल उसे हर रोज़ याद करता है,
जिन्हें प्यार की तलाश नहीं थी, वो दिल आज भी चाहता है।
तू चला गया, अब हमें किसी और की तलाश नहीं,
बेवफाई के बाद, दिल से मोहब्बत की उम्मीद खत्म हो गई।
दिल से तुझे चाहा था, तू बेवफा निकला,
अब तो तेरी यादों में खोकर, हर रात अकेला रह जाता हूँ।
तेरी बेवफाई के बाद, अब दिल में किसी के लिए जगह नहीं,
क्योंकि वो जख्म अब तक दिल में गहरे हैं।
तू तो दूर था, फिर भी दिल से तू पास था,
अब तेरी बेवफाई के बाद, ये दिल खुद से ही उदास है।
तेरी बेवफाई ने दिल को ये सिखाया है,
अब मोहब्बत करना हमें आसान नहीं लगता है।
तू जब पास था, तो दिल को सुकून था,
अब तेरी बेवफाई के बाद, ये दिल बिखरा सा है।
तेरी यादों में खोकर, खुद को खो दिया,
तू तो बेवफा था, लेकिन दिल तुझे अब तक याद करता है।
तेरी बेवफाई ने दिल को इतना तोड़ा है,
अब किसी और से प्यार करना, दिल से डरता है।
तू बेवफा था, फिर भी दिल तुझे चाहने लगा,
अब दिल में तुझे खोने का डर नहीं, सिर्फ तुझसे सुलह की उम्मीद है।
तुझे अपनी तक़दीर मान कर, मैंने प्यार किया था,
पर तेरी बेवफाई ने वो ख्वाब ही चूर कर दिया था।
तू बेवफा था, फिर भी मैंने तुझे अपना माना,
तेरी बेरुखी ने दिल को इस तरह दुखाया।
तेरे बाद, हर चेहरे में तुझे ही तलाश करता हूँ,
तू बेवफा था, फिर भी तुझसे मोहब्बत करता हूँ।
तू बेवफा था, मुझे तुझसे उम्मीद नहीं थी,
फिर भी तेरे बिना, मेरी दुनिया वीरान सी हो गई।
तू दूर था, और मैं तुझे दिल से चाहता रहा,
तेरी बेवफाई के बावजूद, मैं तुझसे लड़ा रहा।
तूने कभी हमें समझा नहीं, हमारी चाहत को कभी माना नहीं,
तेरी बेवफाई ने दिल को इस कदर तोड़ा, अब किसी पर यकीन करना आसान नहीं।
Conclusion:
यह Bewafa Shayari दिल में छुपे दर्द और मोहब्बत में धोखा खाने के एहसास को व्यक्त करती है। जब हम किसी से सच्चे दिल से प्यार करते हैं और वो हमें बेवफा कर देता है, तो यह तकलीफ और अकेलापन असहनीय हो जाता है। इन शायरी में वो हर दर्द, उम्मीद और प्यार की कमी बयां की गई है, जो हमें धोखे के बाद महसूस होती है। फिर भी, इन बेवफाओं के बाद भी दिल में मोहब्बत की एक नन्ही सी उम्मीद बनी रहती है, जो कभी खत्म नहीं होती। यह शायरी सिर्फ दर्द नहीं, बल्कि दिल से निकलने वाली भावनाओं का एक आईना भी है, जो हमें एहसास दिलाती है कि हर बुरा वक्त भी एक दिन खत्म होता है और हम फिर से अपने आप को पा सकते हैं।
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