“जय अम्बे गौरी” एक प्रसिद्ध हिंदू देवी आरती है, जिसे माँ दुर्गा की पूजा में गाया जाता है। यह आरती माँ दुर्गा के विभिन्न रूपों की महिमा का वर्णन करती है और भक्तों को शक्ति, साहस, और आशीर्वाद प्रदान करने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करती है। “जय अम्बे गौरी” शब्दों में माँ के दिव्य रूप और उनकी कृपा को सराहा गया है।
इस आरती में माँ अम्बा (दुर्गा) की उपासना की जाती है, जिन्हें शक्ति, साहस, और ब्रह्मांड की रचनाकार माना जाता है। माँ के इस रूप की पूजा विशेष रूप से नवरात्रि के दौरान की जाती है, जब भक्त अपनी श्रद्धा और भक्ति के साथ माँ से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आरती का गान करते हैं।
“जय अम्बे गौरी” आरती का गान भक्तों को मानसिक शांति, आंतरिक शक्ति और जीवन में सफलता की दिशा में प्रेरित करता है। यह आरती मां दुर्गा की महिमा को बयां करती है और हमें जीवन की कठिनाइयों से निपटने के लिए शक्ति प्रदान करती है। यह पूजा के समय एक मंत्र की तरह उच्चारित की जाती है, जो भक्तों की आस्था को और भी दृढ़ करता है।
इस आरती को गाकर भक्त अपने जीवन में समृद्धि, शांति और समग्र सुख की प्राप्ति के लिए माँ दुर्गा से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
Song Details:
Song | Jay Ambe Gauri Aarti |
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Singer | Anuradha Paudwal |
Lyricist | Mahant Shiromani Omnath Sharma |
Music Label | T-Series |
Jay Ambe Gauri Aarti Lyrics in Hindi
जय अम्बे गौरी
मैया जय श्यामा गौरी
तुमको निशदिन ध्यावत
तुमको निशदिन ध्यावत
हरि ब्रह्मा शिवरी
ॐ जय अम्बे गौरी
जय अम्बे गौरी
मैया जय श्यामा गौरी
तुमको निशदिन ध्यावत
तुमको निशदिन ध्यावत
हरि ब्रह्मा शिवरी
ॐ जय अम्बे गौरी
मांग सिंदूर विराजत
टीको मृगमद को
मैया टीको मृगमद को
उज्ज्वल से दो नैना
उज्ज्वल से दो नैना
चंद्रवदन नीको
ॐ जय अम्बे गौरी
कनक समान कलेवर
रक्ताम्बर राजै
मैया रक्ताम्बर राजै
रक्तपुष्प गल माला
रक्तपुष्प गल माला
कण्ठन पर साजै
ॐ जय अम्बे गौरी
केहरि वाहन राजत
खड्ग खप्परधारी
मैया खड्ग खप्परधारी
सुर नर मुनि जन सेवत
सुर नर मुनि जन सेवत
तिनके दुखहारी
ॐ जय अम्बे गौरी
कानन कुण्डल शोभित
नासाग्रे मोती
मैया नासाग्रे मोती
कोटिक चन्द्र दिवाकर
कोटिक चन्द्र दिवाकर
सम राजत ज्योति
ॐ जय अम्बे गौरी
शुम्भ-निशुम्भ बिदारे
महिषासुर घाती
मैया महिषासुर घाती
धूम्र विलोचन नैना
धूम्र विलोचन नैना
निशदिन मदमाती
ॐ जय अम्बे गौरी
चण्ड-मुण्ड संहारे
शोणित बीज हरे
मैया शोणित बीज हरे
मधु कैटभ दोउ मारे
मधु कैटभ दोउ मारे
सुर भयहीन करे
ॐ जय अम्बे गौरी
ब्रहमाणी रुद्राणी
तुम कमला रानी
मैया तुम कमला रानी
आगम-निगम बखानी
आगम-निगम बखानी
तुम शिव पटरानी
ॐ जय अम्बे गौरी
चौंसठ योगिनी गावत
नृत्य करत भैरव
मैया नृत्य करत भैरव
बाजत ताल मृदंगा
बाजत ताल मृदंगा
और बाजत डमरु
ॐ जय अम्बे गौरी
तुम ही जग की माता
तुम ही हो भरता
मैया तुम ही हो भरता
भक्तन की दु:ख हरता
भक्तन की दु:ख हरता
सुख सम्पत्ति करता
ॐ जय अम्बे गौरी
भुजा चार अति शोभित
वर-मुद्रा धारी
मैया वर-मुद्रा धारी
मनवान्छित फल पावत
मनवान्छित फल पावत
सेवत नर-नारी
ॐ जय अम्बे गौरी
कंचन थाल विराजत
अगर कपूर बाती
मैया अगर कपूर बाती
श्रिमालकेतु में राजत
श्रिमालकेतु में राजत
कोटि रतन ज्योति
ॐ जय अम्बे गौरी
श्री अंबेजी की आरती
जो कोई नर गावे
मैया जो कोई नर गावे
कहत शिवानंद स्वामी
कहत शिवानंद स्वामी
सुख-संपत्ति पावे
ॐ जय अम्बे गौरी
जय अम्बे गौरी
मैया जय श्यामा गौरी
तुमको निशदिन ध्यावत
तुमको निशदिन ध्यावत
हरि ब्रह्मा शिवरी
ॐ जय अम्बे गौरी
Jay Ambe Gauri Aarti Lyrics in English
jay ambe gauree
maiya jay shyaama gauree
tumako nishadin dhyaavat
tumako nishadin dhyaavat
hari brahma shivaree
om jay ambe gauree
jay ambe gauree
maiya jay shyaama gauree
tumako nishadin dhyaavat
tumako nishadin dhyaavat
hari brahma shivaree
om jay ambe gauree
maang sindoor viraajat
teeko mrgamad ko
maiya teeko mrgamad ko
ujjval se do naina
ujjval se do naina
chandravadan neeko
om jay ambe gauree
kanak samaan kalevar
raktaambar raajai
maiya raktaambar raajai
raktapushp gal maala
raktapushp gal maala
kanthan par saajai
om jay ambe gauree
kehari vaahan raajat
khadg khapparadhaaree
maiya khadg khapparadhaaree
sur nar muni jan sevat
sur nar muni jan sevat
tinake dukhahaaree
om jay ambe gauree
kaanan kundal shobhit
naasaagre motee
maiya naasaagre motee
kotik chandr divaakar
kotik chandr divaakar
sam raajat jyoti
om jay ambe gauree
shumbh-nishumbh bidaare
mahishaasur ghaatee
maiya mahishaasur ghaatee
dhoomr vilochan naina
dhoomr vilochan naina
nishadin madamaatee
om jaya ambe gouri
chand-mund sanhare
shonit bij hare
maiya shonit bij hare
madhu kaitbha dou mare
madhu kaitbha dou mare
sur bhayahin kare
om jaya ambe gouri
brahamani rudrani
tum kamala rani
maiya tum kamala rani
aagam-nigam bakhaanee
aagam-nigam bakhaanee
tum shiv pataraanee
om jay ambe gauree
chaunsath yoginee gaavat
nrty karat bhairav
maiya nrty karat bhairav
baajat taal mrdanga
baajat taal mrdanga
aur baajat damaru
om jay ambe gauree
tum hee jag kee maata
tum hee ho bharata
maiya tum hee ho bharata
bhaktan kee du:kh harata
bhaktan kee du:kh harata
sukh sampatti karata
om jay ambe gauree
bhuja chaar ati shobhit
var-mudra dhaaree
maiya var-mudra dhaaree
manavaanchhit phal paavat
manavaanchhit phal paavat
sevat nar-naaree
om jay ambe gauree
kanchan thaal viraajat
agar kapoor baatee
maiya agar kapoor baatee
shrimaalaketu mein raajat
shrimaalaketu mein raajat
koti ratan jyoti
om jay ambe gauree
shree ambejee kee aaratee
jo koee nar gaave
maiya jo koee nar gaave
kahat sh
ivaanand svaamee
kahat shivaanand svaamee
sukh-sampatti paave
om jay ambe gauree
jay ambe gauree
maiya jay shyaama gauree
tumako nishadin dhyaavat
tumako nishadin dhyaavat
hari brahma shivaree
om jay ambe gauree
Conclusion:
“जय अम्बे गौरी” आरती माँ दुर्गा के शक्ति रूप की स्तुति करती है, जो भक्तों को साहस, सुरक्षा और आशीर्वाद प्रदान करती है। यह आरती विशेष रूप से नवरात्रि और अन्य धार्मिक अवसरों पर गाई जाती है, जब भक्त अपनी श्रद्धा और भक्ति के साथ माँ से आशीर्वाद प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। इसके बोल और संगीत मां की शक्ति और करुणा का प्रतीक होते हैं। इस आरती के माध्यम से हम अपने जीवन में शांति, समृद्धि और सफलता की कामना करते हैं। माँ दुर्गा के आशीर्वाद से हम जीवन की कठिनाइयों का सामना कर सकते हैं।