Happy Ganesh Chaturthi 2025: Shayari’s to Celebrate Festival With Devotion

गणेश चतुर्थी, जिसे विनायक चतुर्थी भी कहा जाता है, भारत में सबसे प्रमुख और भक्ति से मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है। इस अवसर पर भक्त गणेश जी, जिन्हें विघ्नहर्ता और बुद्धि के देवता कहा जाता है, का स्वागत बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ करते हैं। इसके अलावा, इस पर्व पर लोग Ganesh Chaturthi Shayari पढ़कर और साझा करके अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हैं। यह पर्व न केवल आध्यात्मिक आस्था को मजबूत करता है बल्कि परिवार और समुदाय को भी एक साथ लाता है। पूजा, भजन, सांस्कृतिक कार्यक्रम और सामाजिक मेल-जोल के माध्यम से लोग अपने जीवन में समृद्धि, खुशहाली और सफलता की कामना करते हैं।

“जब भी आती है गणेश चतुर्थी, खुशियों का संदेश लाती है,
बप्पा के चरणों में सिर झुकाकर, हर मनोकामना पूरी हो जाती है।”

गणेश चतुर्थी
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“मोदक की मिठास और बप्पा का आशीर्वाद, दोनों से जीवन हो जाता आबाद।”

Ganesh Chaturthi Shayari

“गणपति की गूंज से गूंजे संसार, आओ मिलकर करें उनकी जय-जयकार।”

“गणपति की गूंज से गूंजे संसार, आओ मिलकर करें उनकी जय-जयकार।”

“विघ्नहर्ता जब साथ हमारे, कौन रोक पाएगा कदम हमारे।”

Vighnaharta Ganpati Ji

“संकट हरते, सुख बरसाते, गणपति बप्पा सबका मन भाते।”

Ganpati Ji

“बप्पा के आगमन से घर में खुशियाँ छा जाती हैं, हर दिशा से सफलता की किरणें आ जाती हैं।”

Ganpati Bappa

“गणेश चतुर्थी पर गूँजे बप्पा का नाम, हर दिल में बस जाए उनका पवित्र धाम।”

“गणेश चतुर्थी पर गूँजे बप्पा का नाम, हर दिल में बस जाए उनका पवित्र धाम।”

“गणपति बप्पा का जयकारा है, हर भक्त का बस यही सहारा है।”

गणपति बप्पा

“गणेश जी के चरणों में जो शीश झुकाते है, उसका हर संकट बप्पा तुरंत मिटाते है।”

गणेश जी

“संकट हरते, दुख दूर भगाते, गणपति बप्पा जीवन में खुशियाँ लाते।”

“संकट हरते, दुख दूर भगाते, गणपति बप्पा जीवन में खुशियाँ लाते।”
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“बप्पा का नाम लो दिल से,
हर मुश्किल होगी हल आसानी से।”

“मोदक की मिठास और बप्पा का प्यार,
दोनों मिलकर करते जीवन खुशहाल।”

“गणपति संग जोड़े हर रिश्ता प्यारा,
उनकी भक्ति है सबसे बड़ा सहारा।”

“संकट हरते विघ्न विनाशक,
गणपति बप्पा सुख के दायक।”

“गणेश चतुर्थी का पावन त्योहार,
लाता है खुशियों का असीम भंडार।”

“गणपति संग जोड़े हर डोर,
उनकी भक्ति में मिले चहुँ ओर।”

“विघ्नहर्ता जब पास हमारे,
कौन रोक पाएगा कदम हमारे।”

“बप्पा का आशीर्वाद जो पा लेता है,
वो जीवन में हर सुख ले लेता है।”

“जो बप्पा के चरणों में शीश झुकाता है,
उसका जीवन मंगलमय हो जाता है।”

“भक्ति से जो मन को सजाता है,
गणपति उसका भाग्य चमकाता है।”

“घर-घर बप्पा का स्वागत हो, भक्ति से हर दिल पावन हो।”

“गणपति स्थापना का शुभ अवसर आया, संग खुशियों का समंदर लाया।”

“ढोल-ताशों की गूँज सुनाई दे, हर गली में बप्पा की ज्योति दिखाई दे।”

“गणपति स्थापना का पर्व निराला, भक्ति में डूबा हर मन मतवाला।”

“मंगल मूर्ति का स्वागत करें, संकट हरते संग सुख भरें।”

“गणपति आगमन से रौशन हुआ संसार, हर हृदय में गूंजा उनका जयकार।”

“गणपति जी का स्वागत धूमधाम से करो, हर खुशी को जीवन में आमंत्रण दो।”

“सजे हुए मंडप की शोभा निराली, आए गणपति संग खुशियाँ मतवाली।”

“गणपति स्थापना का मंगल दिन आया, सुख-समृद्धि का आशीर्वाद पाया।”

“भक्ति में डूबे जब सब इंसान, तो मिल जाता है बप्पा का वरदान।”

“भक्ति में डूबे जब गणपति का नाम आता है, हर संकट पलभर में दूर हो जाता है।”

“गणपति बप्पा मोरया का जयकारा लगाओ, सुख-शांति और समृद्धि जीवन में पाओ।”

“मंगल मूर्ति की पूजा से जीवन संवर जाता है, हर भक्त का भाग्य निखर जाता है।”

“भक्ति में जो मन रमाए, गणपति हर इच्छा पूर्ण कर जाए।”

“विघ्नहर्ता गणपति का नाम गाओ, भक्ति रस में हर पल डूब जाओ।”

“गणपति संग भक्ति का दीप जलाओ, सच्चे मन से उनका आशीर्वाद पाओ।”

“भक्ति से जो गणपति को याद करता है, बप्पा उसका जीवन सुखमय करता है।”

“गणेश जी के भजन गाओ, जीवन में सुकून और शांति पाओ।”

“भक्ति के स्वर से गूँजे हर द्वार, गणपति बप्पा करें जीवन साकार।”

“विघ्नहर्ता की भक्ति में है शक्ति अपार, जो दिल से पुकारे, उसका हो उद्धार।”

“सज गया है हर गली-नुक्कड़, बप्पा संग आए त्योहार का सुंदर मुकद्दर।”

“भक्ति गीतों से गूँजा है आँगन, बप्पा संग खिला है हर जीवन।”

“सज गया मंडप, गूँजा जयकार, गणेश चतुर्थी लाए अनंत उजियारा।”

“रंगोली सजी, दीप जलाए, गणपति बप्पा घर-घर आए।”

“उत्सव की बेला में नाचे सब इंसान, बप्पा का आशीर्वाद दे सुख-संपन्नता तमाम।”

“गणपति संग हर दिल मुस्कुराए, उत्सव की रौनक हर कोना सजाए।”

“भक्ति और उल्लास का है संगम, गणेश चतुर्थी है त्योहारों का महाकुंभ।”

“नाचो गाओ हर्षोल्लास में, बप्पा आए हैं उत्सव के प्रकाश में।”

“त्योहार का रंग हर दिल में चढ़ा, गणपति आगमन से जीवन खिला।”

“गूँज उठा है मंगल गान, गणेश चतुर्थी का है ये उत्सव महान।”

“गणपति का नाम ही सच्चा सहारा, हर मुश्किल में देंगे साथ हमारा।”

“छोटी सी पूजा, सच्चा विश्वास, बप्पा बना दें जीवन ख़ास।”

“जहाँ भक्ति है गणपति की, वहाँ जीवन में कमी नहीं किसी चीज़ की।”

“गणेश जी की कृपा अपार, हर दिल पाए सुख-संसार।”

“सच्चे मन से जो गणपति को बुलाए, बप्पा उसके जीवन को संवार जाए।”

“भक्ति से बड़ा धन नहीं कोई, गणपति की पूजा से सुख मिले सबको ही।”

“विघ्नहर्ता का जब आशीर्वाद पास हो, हर राह आसान और हर सपना ख़ास हो।”

“हर दिल में बप्पा का वास, यही है जीवन का सबसे बड़ा उल्लास।”

“हर शुरुआत का मंगल नाम, गणपति बप्पा का सदा रहे गुणगान।”

“जो गणपति को मन से अपनाते हैं, जीवन में सच्ची सफलता पाते हैं।”

“आँखों में आँसू, दिल में प्यार, विदा हो रहे बप्पा, फिर आना अगले साल।”

“जल में विराजे मंगल मूर्ति, भक्तों की भक्ति रही अमर ज्योति।”

“विदाई के आँसुओं में भी मुस्कान है, क्योंकि अगले साल फिर बप्पा का आगमन है।”

“गणपति संग बिता हर दिन खास, विदाई में भी है मिलने की आस।”

“भक्ति गीतों संग बप्पा विदा हुए, दिल में उमंगें और आशीर्वाद छोड़ गए।”

“विदाई में भी गूँजे प्यार, बप्पा संग बँधा हर दिल का तार।”

“भरे दिल से बप्पा को विदा किया, अगले साल जल्दी आने का वचन लिया।”

“पानी में समाए बप्पा प्यारे, दिलों में रहेंगे हमेशा हमारे।”

“हर भक्त की आँखें नम हैं, फिर मिलेंगे, ये दिल का यकीन है।”

“आशीर्वाद देकर लौटे सागर में, खुशियाँ भर दी सब के आँगन में।”

“मोदक खाकर बप्पा मुस्कुराएँ, भक्त बस खाते-खाते मोटे हो जाएँ।”

“गणपति बप्पा सबको सुख दें, पर पंडाल में WiFi भी फ्री रखें।”

“बप्पा के आते ही काम बंद, अब तो भक्ति में ही मिलेगा फंड।”

“गणपति की आरती हर कोई गाए, फिर भी सेल्फी लिए बिना चैन न आए।”

“बप्पा का दरबार है बड़ा न्यारा, यहाँ भक्त भी आता हैं Insta वाला सारा।”

“गणपति संग पूजा में खो जाओ, पर मोदक ज़रूर खाते जाओ।”

“गणपति संग आती है खुशहाली, पर भक्त सोचते—छुट्टी कितनी खाली।”

“बप्पा के दर पर भक्त झुकाएँ सिर, फिर पूछें—मोदक कितने मिलेंगे इधर?”

“गणपति के स्वागत में ढोल बजे, भक्त सोचें—कब DJ पे गाना बजे?”

“बप्पा के आते ही सजे गलियारे, भक्त पूछें—WiFi पासवर्ड कहाँ से मिलें प्यारे?”

“बप्पा के आगमन से खुशियों की बहार, इंस्टा पर बजी भक्तों की पुकार।”

“मोडक हाथ में, भक्ति दिल में, गणपति बप्पा संग शुरू हर नई सिलसिला।”

“पोस्ट हो या स्टोरी, हर जगह है प्यार, बप्पा मोरया का गूंजे अपार।”

“मंडप सजा, दीप जलाए, गणपति बप्पा दिल में समाए।”

“बप्पा मोरया, दिल से बोलो, हर पोस्ट में भक्ति का रंग घोलो।”

“इंस्टाग्राम फ़ीड हो या रील की कहानी, गणपति की भक्ति बनी रहे सुहानी।”

“रंग-बिरंगे फूल, ढोल-ताशे की धुन, बप्पा की कृपा हर दिल में लून।”

“हर कैप्शन में हो बप्पा का नाम, भक्ति में झलके जीवन का हर तमाम।”

“गणपति की आरती, खुशियों की बात, इंस्टा पर दिखे भक्तों की सौगात।”

“बप्पा संग हर पल है खास, पोस्ट और रील में भक्ति का उत्सव पास।”

“Lord Ganesha bless us with joy and light, Turning every darkness into pure delight.”

“On this Ganesh Chaturthi, I pray with devotion, May Bappa fill our lives with endless emotion.”

“Every idol, every prayer, every smile, With Ganpati’s grace, life feels worthwhile.”

“Bappa’s blessings make troubles fade, Guiding our hearts through every shade.”

“Through devotion, we find our way, Bappa’s blessings brighten every day.”

“In every drumbeat and joyful song, Ganpati’s presence makes us strong.”

“From the first prayer to visarjan’s tear, Bappa’s love is always near.”

“May the remover of obstacles guide your path, Filling your heart with happiness that lasts.”

“Every festival shines brighter with Bappa’s grace, Every heart finds its special place.”

“Ganpati’s blessings, pure and true, Make every dream of ours come into view.”

“बाप्पा मोरया, सुखकर्ता दुःखहर्ता, सर्वांचे जीवन आनंदाने भरता।”

“गणराया आला, मंगलाचा संचार, भक्तांच्या हृदयात भरतो आधार।”

“मोडकाचा स्वाद आणि भक्तीचा संग, बाप्पा देतो जीवनात आनंदाचं रंग।”

“संकट दूर कर, आशीर्वाद दे, बाप्पा मोरया, भक्तांवर प्रेम नेह दे।”

“गणेशोत्सवाचा उत्सव आला, घराघरात आनंद नांदला।”

“आरतीच्या गजरात भक्तांची मस्ती, बाप्पा येतो आनंदाची हस्ती।”

“सजल्या मंडपा, रंगल्या गल्ल्या, गणराया आला सर्वांवर हसला हसला।”

“भक्तांच्या हृदयात भरला उजाड, बाप्पा मोरया, तुझा आशीर्वाद।”

“गणेशाची मूर्ती विराजली, भक्तांच्या मनात भक्ती फुलली।”

“विघ्नहर्ता आला घरात मंगल घेवून, भक्तांच्या जीवनात प्रेम भरून।”

It’s Significance/ गणेश चतुर्थी का महत्व

गणेश चतुर्थी का महत्व भक्ति, संस्कृति और सामाजिक एकता में निहित है। सबसे पहले, गणेश जी की पूजा जीवन की बाधाओं को दूर करने और सुख-समृद्धि प्राप्त करने के लिए की जाती है। इसके अलावा, यह पर्व कला और संस्कृति का उत्सव भी है। आयोजनों और मंडपों के माध्यम से लोग अपने आसपास की सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेते हैं। इसलिए, यह केवल धार्मिक पर्व नहीं बल्कि सामाजिक मेल-जोल का भी माध्यम है।

Ganesh Chaturthi Date And Time 2025 / गणेश चतुर्थी 2025 की तिथि और समय

इस वर्ष, गणेश चतुर्थी 2025 29 अगस्त को मनाई जाएगी।

  • पूजा आरंभ समय: सुबह 7:00 बजे से

  • मुख्य दर्शन/आरती समय: सुबह 10:00 बजे से

  • पूजा समाप्ति समय: शाम 7:00 बजे तक

  • विशेष अवधि: चतुर्थी तिथि दोपहर 12:30 बजे तक रहेगी, इसके बाद दूसरे दिन तक व्रत और पूजा की जा सकती है।

Ganesh Pooja Vidhi/ गणेश पूजा विधि

गणेश पूजा में निम्नलिखित कदम अपनाए जाते हैं:

  1. मंडप सजाना: सबसे पहले घर या पूजा स्थल को साफ करके फूलों, दीपों और रंगोली से सजाएं।

  2. मूर्ति स्थापना: गणेश जी की मूर्ति या चित्र को पूजन स्थल पर स्थापित करें।

  3. ध्यान और मंत्र: ‘ॐ गं गणपतये नमः’ मंत्र का जाप करते हुए ध्यान लगाएँ।

  4. आचार्य एवं भोग अर्पण: गणेश जी को मोदक, फल, और अन्य भोग अर्पित करें।

  5. आरती: सुबह और शाम दोनों समय आरती करें और भक्ति गीत गाएँ।

  6. प्रसाद वितरण: पूजा के बाद परिवार और मित्रों में प्रसाद बाँटें।

  7. विघ्नहर्ता का आशीर्वाद: पूजा समाप्त होने पर सभी लोग गणेश जी से आशीर्वाद प्राप्त करें।

Conclusion

संक्षेप में, गणेश चतुर्थी न केवल आध्यात्मिक आस्था का पर्व है बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक भी है। इस दिन की भक्ति और उत्सव की धूम हमारे जीवन में सुख, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा लाती है। इसलिए, गणेश चतुर्थी को न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाना चाहिए।

FAQ’s

1. गणेश चतुर्थी क्यों मनाई जाती है?
गणेश चतुर्थी का मुख्य उद्देश्य भगवान गणेश की पूजा करना है, जो विघ्नहर्ता और बुद्धि के देवता हैं। यह पर्व जीवन की बाधाओं को दूर करने और खुशहाली लाने के लिए मनाया जाता है।

2. गणेश चतुर्थी 2025 की तिथि क्या है?
इस वर्ष गणेश चतुर्थी 29 अगस्त 2025 को मनाई जाएगी।

3. गणेश जी की पूजा कब करनी चाहिए?
पूजा सुबह के समय, विशेषकर तिथि प्रारंभ होने के बाद शुरू करना शुभ माना जाता है।

4. गणेश पूजा में कौन-कौन से भोग चढ़ाए जाते हैं?
मोडक, लड्डू, फल और मिठाईयाँ आमतौर पर भोग के रूप में अर्पित की जाती हैं।

5. गणेश मूर्ति स्थापना में कौन-कौन से उपाय करने चाहिए?
मूर्ति को साफ-सुथरे स्थान पर स्थापित करें, फूल, दीप और रंगोली से मंडप सजाएँ और मंत्रों के साथ ध्यान करें।

6. गणेश चतुर्थी कब तक मनाई जाती है?
आम तौर पर यह 1 से 10 दिन तक मनाई जाती है। बड़े समारोहों में यह 11 दिन की हो सकती है और फिर विसर्जन किया जाता है।

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