दोस्ती का रिश्ता सबसे खास होता है, जिसमें प्यार, हंसी-खुशी, शरारत और एक-दूसरे की तकरार सब कुछ शामिल होता है। जब बात होती है दोस्तों के बीच के प्यारे और हल्के-फुल्के लम्हों की, तो Dosti shayari सबसे बेहतरीन तरीका बन जाती है इन्हें शब्दों में बांधने का।
Dosti Shayari सिर्फ एक काव्य नहीं, बल्कि एक माध्यम है जो आपके दिल की बातों को बिना कहे आपके दोस्त तक पहुंचा देती है। कभी आप अपने दोस्त को चिढ़ाने के मूड में होते हैं, तो कभी उनके साथ हंसी-मजाक करने का मन करता है। इन शायरियों के जरिए आप अपने दोस्तों को यह दिखा सकते हैं कि उनके साथ बिताए गए पल आपके लिए कितने खास हैं।
शायरी की इन मजेदार और दिलचस्प लहरियों में दोस्ती की सच्ची बातें होती हैं—जैसे कि गुस्से में भी प्यार, तकरार के बाद प्यार की मिठास और हमेशा एक-दूसरे का साथ। इन शायरियों से दोस्ती की भावनाओं को और भी गहरा किया जा सकता है।
तो क्यों न अपने दोस्तों के साथ इन प्यारी शायरियों को शेयर करें और दोस्ती के इस खूबसूरत रिश्ते को और भी खास बनाएं!
Here Are Top 60+ Dosti Shayari In Hindi:
दोस्ती के नाम पे कभी-कभी झगड़ा भी कर लेते हैं,
पर अगले ही पल साथ बैठ कर हंसी के फव्वारे भी चला लेते हैं!
कभी तुझे कॉल कर के कहता हूँ, “यार तेरी याद आ रही है!”
पाँच मिनट बाद वही दोस्त मुझे… “खो गए क्या?” कह कर मजाक उड़ाते हैं!
तू हमेशा मुझसे कहता है, “प्यार से बात किया कर!”
मैं भी कहता हूँ, “तेरे ही जैसा दोस्त मिल जाए तो फिर क्या डर!”
हंसी मजाक में दिन गुज़रता है, यूँ ही हम दोनों की दुनिया सजी रहती है,
दोस्ती का मतलब ये नहीं कि हमेशा एक-दूसरे से झगड़ा ही करती रहती है!
सच्चे दोस्त वो होते हैं जो तुझे परेशान करने में महारत रखते हैं,
तेरे पूरे दिन की ख़ुशी भी बर्बाद करने में चूके नहीं रहते हैं!
लेकिन फिर भी दिल से कहते हैं, “यार, तू ही तो है!”
क्योंकि बिना तुझसे तकरार के तो मेरी सुबह ही नहीं होती है!
मुझे तुझसे ज्यादा वो वक़्त पसंद है,
जब तू मुझसे गुस्से में होता है, और फिर मैं तुझसे छुपकर हंसी उड़ाता हूँ!
यही है दोस्ती का असली मतलब,
तू गुस्से में भी मुस्कुराए, और मैं हंसी-हंसी में बुराई भी करूँ!
दोस्ती की कोई लिस्ट नहीं,
मुझे तो तेरा नाम ही काफी है!
कभी तुझसे लड़ के, कभी तुझसे मुस्कुराके,
दोस्ती में मज़ा तब आता है, जब तुझे ये कहके भाग जाऊं –
“साला, तू तो है ही गधा!”
दुनिया कहती है “प्यार करने वालों को तकलीफ होती है”,
पर मैं कहता हूँ, “यार, दोस्ती में ज्यादा तकलीफ होती है!”
लेकिन फिर भी दिल से कहता हूँ, “कभी मत छोड़ना”,
क्योंकि तेरा ही तो है वो एक दोस्त, जो मुझे हंसी-हंसी में तंग करता है!
दोस्ती के रूल्स थोड़े अलग होते हैं,
तुझे चुपके से परेशान करना ही सबसे बड़ा रूल होता है!
कभी अपनी मूड स्विंग्स से तुझे पागल बना देना,
फिर अगले दिन सॉरी बोल के तुझसे हंसी मजाक करना!
तू मेरे लिए ख़ास है, ये बात मैं कहता हूँ,
लेकिन जब तुझसे बात करता हूँ, तो मज़ाक उड़ाता हूँ!
रोज़ तुझे परेशान करता हूँ, फिर भी तेरा दिल न दुखाता हूँ,
क्योंकि दोस्ती का मज़ा ही इस चक्कर में है, यार!
तेरी चुप्पियों से भी पता चलता है, तू कितनी गुस्से में है,
और मेरी बातों से तुझे और तंग करने का मज़ा आता है!
फिर भी तेरा साथ चाहिए, क्योंकि दोस्ती में यही तड़का चाहिए,
तू और मैं, दोनों मिलकर हर दिन एक नई धमाल करते हैं!
दोस्ती में कोई रिस्क नहीं होता,
बस तू और मैं एक दूसरे को हर दिन किचन में हलचल करते रहते हैं!
तू मेरा चाय का साथी, मैं तेरा पानीपुरी वाला यार,
कभी तो कुछ अलग कर, वरना साथ तेरा नहीं होगा तैयार!
अगर तू नाराज़ है, तो तुझसे छुप के हंसी भी उड़ाता हूँ,
कभी तुझसे भिड़ कर, फिर अगले पल तू ही मुझे कन्फ्यूज करता हूँ!
मजा तो तब आता है जब तुझसे लड़ कर मैं,
तेरे गुस्से में भी ढूंढ़ता हूँ वो प्यार भरी लवली स्माइली!
दुनिया कहती है, “प्यार का सच्चा साथी चाहिए”,
पर मैं कहता हूँ, “कभी ग़ुस्से वाला दोस्त भी चाहिए!”
सिर्फ तेरे साथ ही तो वो असली मस्ती होती है,
जब तुझसे लड़ते हैं और फिर हंसी में वो मस्ती होती है!
तेरे बिना मेरी ज़िंदगी सुनसान सी लगती है,
तेरी मस्ती से मेरी दिनचर्या रंगीन सी लगती है!
तू जो कुछ भी करता है, वो मेरे लिए फनी होता है,
कभी तेरा चेहरा देखकर मैं रोता हूँ, और कभी तेरी वजह से हंसता हूँ!
मैं और तू, दोनों मिलकर कुछ भी कर सकते हैं,
कभी तुझे परेशान कर, कभी तुझे हंसी में डुबो सकते हैं!
याद रख, तू मेरा सबसे बड़ा “डिस्टर्ब” है,
फिर भी मैं तुझे कभी “आउट ऑफ सर्कल” नहीं कर सकता!
तेरी अदा भी अलग है, तेरी बातें भी अलग,
हमारे बीच का यह मजाक भी है बड़ा ही ठग!
दोस्ती का मतलब ये नहीं कि हमेशा सच्चे रहे,
कभी तुझसे लड़कर, कभी तुझसे गाने गा कर खुश रहें!
तू साथ है तो हर मुश्किल आसान हो जाती है,
तेरी वजह से ही तो मेरी हर परेशानी मजेदार हो जाती है!
कभी तुझे मैं किडनैप करूँ, तो तू कहेगा, “छोड़ दे यार”,
मगर अगले ही पल वो दोस्ती का ख़ास मजा आएगा बेज़ार!
तेरी और मेरी दोस्ती का अंदाज़ अलग है,
तू गुस्से में होता है, मैं और ज्यादा जलाता हूँ!
पर फिर भी हम दोनों साथ रहते हैं,
क्योंकि दोस्ती में वही मज़ा है जो तुझसे लड़ने में मिलता है!
तेरी नटखट हरकतें, मेरी शरारतें,
बस यही तो दोस्ती का सही तरीका है, यार!
कभी तुझे गुस्सा दिला कर, फिर माफ़ी मांगता हूँ,
तेरी नाराज़गी भी जैसे मुझे और प्यार दिलाती है!
तू कभी मेरे सामने रोता है, कभी हंसता है,
फिर भी मैं तुझे परेशान करने का कोई मौका नहीं छोड़ता हूँ!
दोस्ती का यही तरीका है, मज़ा आ जाता है,
तू न हो, तो मेरी दुनिया भी खाली-खाली लगती है!
तू और मैं, दोनों साथ में रहते हैं,
कभी झगड़ा करते हैं, कभी मस्ती में बहते हैं!
तेरी शिकायतें भी हैं, फिर भी तू मेरे पास है,
दोस्ती का यही काफ़ी है, तू मेरे लिए खास है!तेरी हर बात में कुछ खास है,
तू मेरे लिए एक मजेदार फसाना है!
कभी तू मुझसे लड़ता है, कभी मैं तुझसे,
लेकिन हमारी दोस्ती में यही मज़ा सारा है!
तू मेरी पूरी दुनिया है, हर परेशानी में तू साथ है,
कभी तो मेरी शरारतों में तू शामिल होता है!
मज़ा आता है जब तुझे तंग करता हूँ,
क्योंकि तुझे हंसी में देखकर दिल बहलता है!
तेरे बिना मेरी जिंदगी फीकी-सी लगती है,
तेरी मस्ती से ही तो यह दुनिया हंसी-हंसी लगती है!
कभी तू गुस्से में होता है, तो कभी मैं,
लेकिन दोस्ती के सफर में कभी कोई रुकावट नहीं आती!
तेरे बिना मेरी जिंदगी फीकी सी लगती है,
लेकिन तेरे साथ ही तो मेरी मुसीबतें भी स्वीटी सी लगती हैं!
तू मेरे साथ हो तो, दिन रात बस हंसी होती है,
कभी तेरे मज़ाक से, कभी तेरी शरारतों से मस्ती होती है!
याद रख, दोस्ती का मतलब सिर्फ गपशप नहीं है,
कभी-कभी तुझसे लड़कर भी असली मज़ा आता है!
तेरी शरारतें, मेरी हंसी का कारण बनती हैं,
और तू हर बार अपनी नादानियों से मुझे तंग करता है!
अगर तू थोड़ा और गुस्सा कर, तो मुझे मजा आता है,
कभी तुझे गले लगाऊं, कभी तुझे दौड़ा के डराता हूँ!
हमारी दोस्ती में कभी “सीरियसनेस” नहीं होती,
बस तू और मैं, हर दिन एक नई मस्ती की ओर दौड़ते हैं!
तू मेरा सबसे बड़ा सहारा है, ये तो ठीक है,
पर तू जब गुस्से में आता है, तो मेरा दिल भी धड़कने लगता है!
फिर भी तुझे कभी छोड़ूंगा नहीं,
क्योंकि तेरे बिना मेरी हर मस्ती अधूरी लगती है!
जब तुझसे लड़ता हूँ, तो मेरी दुनिया पलट जाती है,
लेकिन फिर भी तुझसे जादा प्यारी कोई चीज़ नहीं लगती है!
तेरे बिना मेरी हंसी अधूरी सी लगती है,
क्योंकि तू ही वो दोस्त है, जो हर मुश्किल को मजाक बना देता है!
तू मेरे साथ होता है, तो कोई भी दिन बेकार नहीं होता,
तेरे साथ ही तो मेरी दिनचर्या भी धमाल होती है!
कभी तेरे साथ गप्पें, कभी तुझसे झगड़े,
पर फिर भी मेरी दुनिया तेरे बिना अधूरी सी लगती है!
हमारी दोस्ती का ये फ़ंडा अलग है,
तेरे बिना दिन अधूरा सा लगता है!
कभी मुझसे लड़ते हो, कभी मुझे शरारतें सिखाते हो,
फिर भी तू सबसे प्यारा है, क्योंकि तू ही मेरे दिल का हकदार है!
तेरी और मेरी दोस्ती में कुछ खास है,
तेरे बिना तो दिन भी फीका सा लगता है!
कभी मैं तुझे चिढ़ाता हूँ, कभी तुझे तंग करता हूँ,
पर फिर भी तुझसे ही तो मेरी दुनिया रोशन होती है!
तेरे बिना मेरी दोस्ती अधूरी होती है,
कभी तुझे परेशान कर के मेरी खुशियाँ पूरी होती हैं!
जब तू गुस्से में होता है, तो मुझे और मज़ा आता है,
क्योंकि सच्ची दोस्ती का असली मज़ा तो तुझसे ही आता है!
तेरी मस्ती और मेरी शरारत, ये है हमारी दोस्ती का काफ़ी!
तू मुझे परेशान करता है, और मैं तुझसे नफरत करता हूँ… फिर भी,
दोस्ती में यही मस्ती होती है, जो हमारी ज़िंदगी को खुशी से भर देती है!
तेरी हर बात पर हंसी आती है,
तेरे बिना मेरी ज़िंदगी सुनी सी लगती है!
कभी तुझे परेशान कर के, कभी तुझे तंग कर के,
दोस्ती का असली मजा यही तो है, जब तू मुझसे नाराज़ रहता है!
तेरे साथ हर दिन एक नया मज़ा होता है,
कभी लड़ाई, कभी हंसी, कभी मस्ती का मौसम होता है!
तू जैसा दोस्त हो, तो जिंदगी आसान लगती है,
तेरे बिना मेरी हर खुशी अधूरी सी लगती है!
तू और मैं, जैसे दो शरारतें और एक साथ मस्ती,
कभी तुझे डरा कर, कभी तुझे हंसी में उड़ाकर,
हमारी दोस्ती में तो बस मस्ती है, यार!
कभी हम सच्चे, कभी थोड़ा झूठे, लेकिन दिल से यहीं हैं!
तेरी शरारतों ने सिखाया है मुझे जीने का तरीका,
कभी तुझे चिढ़ा कर, कभी तुझे परेशान कर के!
तू मेरा साथी है, दिल से कभी नहीं जाएगा,
क्योंकि तेरे बिना मेरी दोस्ती का मजा आधा रह जाएगा!
जब तू गुस्से में आता है, तो मेरा दिल खुश हो जाता है,
तेरी तकरारों से ही तो मजा आता है!
कभी तेरे चेहरे पर गुस्सा, कभी तेरे हाथ में चप्पल,
मगर दोस्ती में तू ही है, जो सबसे अलग लगता है!
तू और मैं, जैसे दो शरारतों का गठबंधन,
तेरे बिना तो मेरी ज़िंदगी में सिर्फ तंग हालात होते हैं!
कभी तुझे चिढ़ा कर, कभी तुझसे लड़ कर,
तेरी वजह से ही तो मेरी ज़िंदगी में हर दिन हंसी होती है!
तू मेरे साथ है तो डर नहीं लगता,
तेरी मस्ती में तो दुनिया ही पलट जाती है!
कभी तुझसे गुस्सा, कभी तुझसे लड़ाई,
लेकिन फिर भी तेरे बिना मेरा दिन खाली सा लगता है!
हमारी दोस्ती में जितना प्यार है, उतनी शरारतें भी हैं,
कभी तुझसे लड़ कर, कभी तुझे प्यार से तंग कर के,
दोस्ती का असली मजा तो तभी आता है, जब तू मुझे छोड़ कर नहीं जाता है!
तेरी हंसी, मेरी सबसे पसंदीदा धुन है,
तेरे बिना तो मेरी दुनिया ही सुन है!
कभी तुझसे लड़ कर, कभी तुझे परेशान कर,
हमारी दोस्ती का यही तो रूल है, यार!
तेरी दोस्ती में वो बात है जो दिल से दिल जोड़ देती है,
कभी तुझे परेशान कर के, कभी तुझसे गुस्सा होकर,
हमारी मस्ती कभी खत्म नहीं होती,
क्योंकि तू हमेशा मेरे साथ रहता है, बिना किसी शर्त के!
तेरी वजह से मेरी ज़िंदगी में रंग हैं,
तू है तो मेरी सारी परेशानियाँ ढंग हैं!
कभी लड़ते हैं, कभी हंसी-हंसी में लड़ाई होती है,
लेकिन तू है तो हर दिन मस्ती से भरपूर होती है!
तू हमेशा मुझे चिढ़ाता है, फिर भी दिल से चाहता है,
तेरे बिना मेरी दोस्ती कुछ अधूरी सी लगती है!
कभी गुस्से में तुझसे मजाक करता हूँ,
फिर भी तू मेरे लिए सबसे प्यारा दोस्त बन जाता है!
तेरी शरारतें और मेरी बदमाशी,
बस यही है हमारी दोस्ती की खास बातें!
कभी तुझे परेशान कर के, कभी तुझसे लड़ कर,
हम दोनों ही तो सबसे अच्छे दोस्त हैं!
मेरे लिए दोस्ती सिर्फ गपशप नहीं,
यह वो पागलपन है, जो तेरे साथ होती है!
कभी तुझे परेशान करता हूँ, कभी तुझसे मजाक,
तू ही है मेरा यार, मेरा सबसे प्यारा साथ!
तेरे बिना मेरी दुनिया सूनी सी लगती है,
जब तू पास होता है, तो हर मुश्किल आसान लगती है!
तेरी मस्ती और मेरी शरारत, यही है दोस्ती का असली मजा,
कभी तू हंसी में, कभी मैं तुझसे तंग होकर, बस यही चलता है!
तेरी दोस्ती में वो बात है, जो दिल से दिल मिलाती है,
तेरे बिना मेरी ज़िंदगी में सिर्फ खालीपन सा आता है!
तू जब गुस्से में होता है, मैं उसे मस्ती में बदल देता हूँ,
कभी तुझे चिढ़ा कर, कभी तुझसे शरारत कर, हम मस्त रहते हैं!
तू जब गुस्से में होता है, तो मुझे और मजा आता है,
तेरी नाराज़गी में भी प्यार का संकेत छुपा होता है!
कभी तुझसे लड़ कर, कभी तुझे परेशान कर,
हमारी दोस्ती का मजा तो इसी में है, यार!
तेरी वजह से मैं कभी रुलाता हूँ, कभी हंसाता हूँ,
लेकिन तू मेरा सबसे अच्छा दोस्त है, ये बात दिल से मानता हूँ!
कभी तुझे तंग करके, कभी तुझसे मजाक उड़ाकर,
मैं हर दिन यही सोचता हूँ – “तू ही है मेरा यार!”
तू और मैं, जैसे दो बादल और एक बारिश,
कभी तुझसे प्यार, कभी तुझसे लड़ाई होती है!
हमारी दोस्ती में कुछ खास बात होती है,
जो कभी खत्म नहीं होती, बस और बढ़ती जाती है!
तेरे साथ हर दिन एक नई कहानी होती है,
कभी हंसी में, कभी तुझसे लड़ाई होती है!
हमारी दोस्ती की सबसे खास बात यही है,
हम कभी भी एक-दूसरे से दूर नहीं होते हैं!
तेरे बिना मेरी दुनिया अधूरी सी लगती है,
कभी तुझे चिढ़ा कर, कभी तुझे परेशान कर के,
हमारी दोस्ती में तो हर दिन एक नया मज़ा होता है,
क्योंकि तू है तो हर मुश्किल आसान होती है!
तू जब गुस्से में होता है, मुझे और मजा आता है,
तेरी हंसी में तो वो बात है, जो दिल को हिला जाती है!
कभी तुझसे लड़ कर, कभी तुझे तंग कर के,
हम दोनों की दोस्ती का मजा ही कुछ अलग होता है!
तू जब पास होता है, तो दुनिया रोशन हो जाती है,
तेरे बिना मेरी ज़िंदगी कुछ अधूरी सी लगती है!
कभी तुझसे लड़ाई, कभी तुझसे हंसी-हंसी में मजाक,
तेरे साथ ही तो मेरा हर दिन बेहतरीन हो जाता है!
दोस्ती का असली मतलब है,
तुझे परेशान करके फिर तुझे गले लगाना!
कभी तुझसे लड़ाई, कभी तुझसे मस्ती,
दोस्ती का मजा यही है, जब हम साथ होते हैं!
तेरी दोस्ती में ऐसा मजा है,
कभी तू गुस्से में होता है, कभी मैं तुझे चिढ़ाता हूँ!
कभी लड़ाई, कभी हंसी, कभी शरारत,
लेकिन आखिरकार हम दोनों ही तो दोस्त हैं, जो कभी अलग नहीं होते!
तेरे साथ ही तो हर दिन खास बनता है,
कभी तुझसे लड़कर, कभी तुझे तंग करके,
हमारी दोस्ती का सबसे मजेदार पहलू यही है,
जब तू मुझे छोड़कर नहीं जाता, और मैं तुझे कभी नहीं छोड़ता!
तेरी मस्ती और मेरी बदमाशी,
बस यही है हमारी दोस्ती की बात!
कभी तू गुस्से में होता है, कभी तू मुझसे झगड़ता है,
लेकिन फिर भी तू है मेरा सबसे प्यारा दोस्त, और यही है दोस्ती का असली मजा!
तेरी शरारतें और मेरी पागलपन,
बस यही तो हमारी दोस्ती का रेट्रो स्टाइल है!
कभी तेरी बातों से परेशान होकर,
फिर भी तुझे अपने दिल में रखने का मन करता है!
हम दोनों ही तो हैं पागल, लेकिन एक-दूसरे के बिना,
हमारी दोस्ती अधूरी सी लगती है!
कभी तू मुझसे नाराज़, कभी मैं तुझसे गुस्से में,
लेकिन अंत में, हम दोनों ही तो दोस्त हैं, जो कभी अलग नहीं हो सकते!
तेरे बिना मेरी ज़िंदगी एक सुनी राह सी लगती है,
कभी तुझसे लड़कर, कभी तुझसे खुश होकर,
हमारी दोस्ती में यही जो मजा है,
वो और कहीं नहीं मिलता, बस तेरे साथ ही मिलता है!
दोस्ती शायरी क्या है? Dosti Shayari Kya Hai ?
Dosti shayari एक खास तरीका है, जिससे हम अपने दोस्ती के रिश्ते को खूबसूरती से बयान कर सकते हैं। यह शायरी दोस्ती की सच्चाई, प्यार, और विश्वास को शब्दों में ढालती है। दोस्ती केवल एक सामान्य रिश्ता नहीं होती, बल्कि यह एक मजबूत बंधन होती है, जिसमें लोग एक-दूसरे के सुख-दुख में शामिल होते हैं। दोस्त एक-दूसरे के लिए सहारा बनते हैं और उनकी मौजूदगी में ही जीवन आसान लगता है। दोस्ती की शायरी उस अनकहे प्यार और समझ को शब्दों में पिरोती है, जो हम अपने दोस्तों से महसूस करते हैं।
दोस्ती की शायरी उन रिश्तों को सम्मान देती है, जो समय और दूरी से परे होते हैं। यह भावनाओं का आदान-प्रदान करने का सुंदर तरीका है।
दोस्ती शायरी कैसे लिखी जाती है? Dosti Shayari Kaise Likhi Jati Hai ?
Dosti Shayari लिखने के लिए कुछ खास कदम होते हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपनी भावनाओं को सुंदर शब्दों में ढाल सकते हैं। दोस्ती की शायरी में सबसे अहम बात यह है कि आप अपने दिल की बात को सच्चाई और ईमानदारी से व्यक्त करें। इसे लिखने के लिए आप निम्नलिखित उपायों का पालन कर सकते हैं:
1. दूसरों की दोस्ती से प्रेरणा लें
- आप अपनी दोस्ती को बेहतर समझने के लिए अपने दोस्तों के साथ बिताए गए अच्छे समय और अनुभवों को याद करें। उनके साथ की हंसी-खुशी और तकलीफों के बारे में सोचें।
2. साधारण शब्दों का प्रयोग करें
- दोस्ती पर शायरी लिखते वक्त जटिल या भारी-भरकम शब्दों से बचें। सच्ची दोस्ती साधारण शब्दों में भी गहरी समझ और प्यार को व्यक्त कर सकती है। सरलता में ही सुंदरता है।
3. सच्चे एहसासों को व्यक्त करें
- शायरी में दोस्ती के महत्व, उसके साथ बिताए गए खास लम्हों, और एक-दूसरे के साथ बने विश्वास को बयां करें। आप अपनी भावनाओं को सीधे दिल से व्यक्त करें, जैसे ‘तेरे बिना जीवन अधूरा है’ या ‘तेरी दोस्ती सबसे कीमती है’।
4. लय और रचनात्मकता का ध्यान रखें
- शायरी में लय का होना जरूरी है। आप अपनी शायरी को दोहे, ग़ज़ल या गीत की तरह रचनात्मक बना सकते हैं। इसके लिए थोड़ी छंदबद्धता और भावनाओं का मिश्रण जरूरी है।
5. कविता के रूप में शायरी को ढालें
- दोस्ती पर शायरी कविता के रूप में हो सकती है, जिसमें आप अपनी सोच को पंक्तियों और तुकबंदी के जरिए व्यक्त करते हैं। इससे शायरी और भी प्रभावी बनती है।
6. दूसरों के अनुभवों को जोड़ें
- अगर आपकी दोस्ती से जुड़ा कोई खास अनुभव है, तो उसे शायरी का हिस्सा बना सकते हैं। जैसे किसी ने आपके मुश्किल वक्त में मदद की हो, तो आप इसे शायरी में जाहिर कर सकते हैं।